पुरातत्त्व विज्ञान का अर्थ
[ puraatettev vijenyaan ]
पुरातत्त्व विज्ञान उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- वह विद्या जिसमें प्राचीन काल,मुख्यतः इतिहासपूर्व काल की वस्तुओं के आधार पर पुराने अज्ञात इतिहास का पता लगाया जाता है:"सीमा पुरातत्व की छात्रा है"
पर्याय: पुरातत्व, पुरातत्व-विज्ञान, पुरातत्व विज्ञान, पुरातत्व-शास्त्र, पुरातत्व शास्त्र, पुरातत्त्व, पुरातत्त्व-शास्त्र, पुरातत्त्व शास्त्र, पुरातत्त्व-विज्ञान, पुराविद्या, पुराशास्त्र, प्रत्न-विज्ञान, प्रत्नतत्व-विज्ञान - वह विज्ञान जिसमें प्राचीन काल की वस्तुओं के आधार पर पुराने अज्ञात इतिहास का पता लगाया जाता है:"पुरातत्त्व में नित नए-नए सर्वेक्षण हो रहे हैं"
पर्याय: पुरातत्त्व, पुरात्तव, पुरात्तव विज्ञान, पुरातत्त्व शास्त्र, पुरात्तव शास्त्र
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- पुरातत्त्व विज्ञान पत्रकारिता एवं जनसंचार जन-संचार
- पुरातत्त्व विज्ञान , समाज , ऐतिहासिक , मानव-संस्कृति , विधा , करियर ,
- पुरातत्त्व विज्ञान करियर के तौर पर पुरातत्व विज्ञान धरती के गर्भ में झांकने , बीते कल को बेहतर समझने और अपने पूर्वजों तथा मानवों के विकास को जानने का रोमांच व उत्साह देता है.
- एक ओर जहॉ विभिन्न धर्मावलम्बी अपने-अपने धर्म एवं दशर्न के अनुसार व्याख्या कर इतिहास लिखते है तो दूसरी ओर वैज्ञानिक लोग पुरातत्त्व विज्ञान का सहारा लेकर अपने अथक प्रयासों से प्रमाण जुटाकर विषुद्ध वैज्ञानिक दृश्टि कोण के अनुरूप एक कोषिक से बहुकोषिक जन्तुओ के विकास की श्रृंखला में मानव जाति की उत्पत्ति एवं विकास के नये इतिहास का सूत्रपात करते हैं।
- एक ओर जहॉ विभिन्न धर्मावलम्बी अपने-अपने धर्म एवं दशर्न के अनुसार व्याख्या कर इतिहास लिखते है तो दूसरी ओर वैज्ञानिक लोग पुरातत्त्व विज्ञान का सहारा लेकर अपने अथक प्रयासों से प्रमाण जुटाकर विषुद्ध वैज्ञानिक दृश्टि कोण के अनुरूप एक कोषिक से बहुकोषिक जन्तुओ के विकास की श्रृंखला में मानव जाति की उत्पत्ति एवं विकास के नये इतिहास का सूत्रपात करते हैं।
- पुरातत्त्व विज्ञान सम्बंधी ऐतिहासिक प्रमाणों से पुष्टि हो रहा , इस धरती पर श्रीराम के राज्य शासन के सम्बंध में उपलब्ध समकालीन साहित्य और इन सभी से महत्त्वपूर्ण होने वाली भारत के करोड़ों हिन्दुओं के तथा इस्लामी देश इंडोनेशिया एवं बुद्धिस्ट देश कांबोडिया और थायलेंड के नागरिकों के मन में श्रीराम के लिए होने वाले असीम श्रद्धाभाव के बावजूद भी देश के छद्म निधर्मी प्रस्थापितों के लिए श्रीराम यह एक खास कुछ ध्यान देने लायक व्यक्तित्व नहीं है ।